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सुनीता विलियम्स कौन है ? जानें उनके अंतरिक्ष मिशन |

सुनीता विलियम्स कौन है ?

सुनीता विलियम्स 19 September 1965 जन्म अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा के माध्यम से अंतरिक्ष जाने वाली भारतीय मूल की दूसरी महिला है। यह भारत के गुजरात के अहमदाबाद से ताल्लुक रखती है। इन्होंने एक महिला अंतरिक्ष यात्री के रूप में 127 दिनों तक अंतरिक्ष में रहने का विश्व कीर्तिमान स्थापित किया है। उनके पिता दीपक पाण्डया अमेरिका में एक डॉक्टर थे। जिनकी 2020 में मृत्यु हो गई थी।

सुनीता विलियम्स ने किस चीज का रिकार्ड बनाया था ?

सुनीता विलियम्स (Sunita Williams) भारतीय मूल की अमेरिकी एस्ट्रोनॉट हैं | सुनीता सबसे अधिक स्पेसवॉक (सात) और बतौर एक महिला सबसे अधिक स्पेसवॉक समय (50 घंटे, 40 मिनट) का रिकॉर्ड बनाया हैं, साल 6 जून 2024 को सुनीता बोइंग स्टारलाइनर का पहला क्रू मिशन ‘बोइंग क्रूड फ्लाइट टेस्ट’ पर इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन पर नियुक्त की गई |

सुनीता विलियम्स अंतरिक्ष पर कितने टाइम तक थी ?

नासा की अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स अपने सहयोगी बुच विल्मोर के साथ 9 महीने बाद पृथ्वी पर सुरक्षित लौट आईं। उनकी वापसी स्पेसएक्स के ड्रैगन अंतरिक्ष यान के जरिए हुई। इस अंतरिक्ष यान के जरिए 17 घंटे की यात्रा करने के बाद अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स और बुच विलमोर पृथ्वी पर लौटे। ड्रैगन अंतरिक्ष यान के कैप्सूल ने भारतीय समयानुसार 19 मार्च की सुबह 3.27 बजे फ्लोरिडा के तट के पास समुद्र में स्पलैशडाउन किया। इसके बाद अंतरिक्ष यान में सवार सभी यात्रियों के सेहत की
जांच के लिए आगे की प्रक्रिया शुरू हुई। नासा ने अंतरिक्ष यात्रियों की वापसी का सीधा प्रसारण किया है और इसके बारे में अपडेट भी प्रदान कर रहा है। ये दोनों अंतरिक्ष यात्री जून 2024 से अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन पर थे। दोनों एक सप्ताह के लिए ही गए थे, लेकिन अंतरिक्ष यान से हीलियम के रिसाव और वेग में कमी के कारण अंतरिक्ष स्टेशन पर नौ महीनों तक रुकना पड़ा था। सुनीता विलियम्स को ला रहा अंतरिक्ष यान तड़के ही अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन से अनडॉक हो गया था।

सुनीता विलियम्स करियर

जून 1998 में उनका अमेरिका की अंतरिक्ष एजेंसी नासा में चयन हुआ और प्रशिक्षण शुरू हुआ। सुनीता भारतीय मूल की दूसरी महिला हैं जो अमरीका के अंतरिक्ष मिशन पर गईं। सुनीता विलियम्स ने सितंबर / अक्टूबर 2007 में भारत का दौरा भी किया। जून, 1998 से नासा से जुड़ी सुनीता ने अभी तक कुल 30 अलग-अलग अंतरिक्ष यानों में 2770 उड़ानें भरी हैं। साथ ही सुनीता सोसाइटी ऑफ एक्सपेरिमेंटल टेस्ट पायलेट्स, सोसाइटी ऑफ फ्लाइट टेस्ट इंजीनियर्स और अमेरिकी हैलिकॉप्टर एसोसिएशन जैसी संस्थाओं से भी जुड़ी हुई हैं |

सुनीता विलियम्स किस चीज का सम्मान और पुरस्कार मिला था ?

उन्हें सन 2008 में भारत सरकार द्वारा विज्ञान एवं अभियांत्रिकी के क्षेत्र में पद्म भूषण से सम्मानित किया था। इसके अलावा उन्हें नेवी कमेंडेशन मेडल (2), नेवी एंड मैरीन कॉर्प एचीवमेंट मेडल, ह्यूमैनिटेरियन सर्विस मेडल जैसे कई सम्मानों से सम्मानित किया जा चुका है।

 

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